Sunday, May 29, 2022



नील कमल की नीलिमा

पीताभ आभा पीताम्बर की।

रघुवंश प्रिय, धीर, वीर श्री राम

शत-शत कोटि नमन तुम्हें।।


           डॉ. मंजूश्री गर्ग


 

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