Thursday, April 18, 2024


  कभी चाँद बन मुस्कुराना,

कभी सूरज सा साध निभाना।

कभी बन तारे जगमगाना,

कभी बन खुशबू महक जाना।

यूँ ही बस साथ-साथ रहना,

हर पल जीवन में साथ निभाना।

 

                  डॉ. मंजूश्री गर्ग 

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