Saturday, April 20, 2024



डॉ. माहेश्वर तिवारी

डॉ. माहेश्वर तिवारी

डॉ. मंजूश्री गर्ग

जन्म-तिथि- 22 जुलाई, 1939 बस्ती(उ. प्र.)

पुण्य-तिथि- 16 अप्रैल, 2024 मुरादाबाद(उ. प्र।)

 

हिन्दी साहित्य के वरिष्ठ कवि, नवगीत के सशक्त हस्ताक्षर डॉ. माहेश्वर तिवारी जी ने हिन्दी में गजलें भी लिखी हैं उन्हीं की एक गजल के माध्यम से उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि-

इक लतीफा-सा न होठों में दबाकर देखिए।

इस सदी का गीत हूँ मैं गुनगुनाकर देखिए।।

 

इंद्रधनुषी स्वप्न सारी रात होंगे पास में।

आप पलकों पर जरा मुझको सजा कर देखिए।।

 

फूल से कुछ देर को ढक जायेगा सब कुछ यहाँ।

याद की इन टहनियों को तो हिलाकर देखिए।।

 

यह तनावों की जमीं चट्टान खिसकेगी जरूर।

आप थोड़ी देर को ही खिलखिलाकर देखिए।।

 

चुप्पियों में जान होती है सुना होगा कभी।

अब वही सरसों हथेली पर जमाकर देखिए।।

 

काँप जायेगा अँधेरा एक हरकत पर अभी।

आप माचिस की कोई तीली जलाकर देखिए।।

 

सिर्फ स्याही पोंछ देने से न मिट जाऊँगा मैं।

आप मेरा नाम नदियों में डुबाकर देखिए।।

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            डॉ. माहेश्वर तिवारी

संकलन- हिन्दी की सर्वश्रेष्ठ गजलें

डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल


 

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