पृथ्वी घूमती सूरज के चारों ओर
चाँद घूमता पृथ्वी के चारों ओर।
होते इसी से दिन-रात जग में
अँधेरी-उजाली रातें होती जग में।।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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