कुकुरमुत्ता नहीं! मशरूम हूँ मैं।
स्वयं नहीं! उगाया जाता हूँ मैं।
फँगस नहीं! शाही सब्जी हूँ मैं।
अमीरों की खास पसंद हूँ मैं।।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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