Tuesday, July 30, 2024

 

        

          

चाहतों के मेलों ने

उपवन सजा दिये।।

फूलों को नये रंग, गंध दे दिये।

पक्षियों को नव राग दे दिये।।


डॉ. मंजूश्री गर्ग

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