ये किसने!
सिलेटी रंग की स्लेट पर
सुनहरे आखर लिख डाले।
जगमगाने लगे तारे,
महकने लगी रात-रानी,
मुस्कुराने लगी रात।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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