कुछ गढ़ लेते हैं, कुछ बुन लेते हैं,
ऐसे ही शब्दों से गीत रच लेते हैं।
कुछ कह देते हैं, कुछ छुपा लेते हैं,
ऐसे ही भावों को अभिव्यक्त करते हैं।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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