‘टेसू’ बिना ना सोहे रंग होली के,
‘गुझियाँ’ बिना ना सोहे पकवान होली के,
‘भाँग’ बिना सोहे नशा होली का,
‘साजन’ बिना सोहे त्यौहार होली का।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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