चल हवा, उस ओर मेरे साथ चल
चल वहाँ तक जिस जगह मेरी प्रिया
गा रही होगी नई ताजा गजल
चल जहाँ मेरा अमर विश्वास है
आत्माओं में मिलन की प्यास है।
डॉ. कुअँर बेचैन
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