हिन्दी साहित्य
Tuesday, June 14, 2022
अँधियारा जाता नहीं, जब तक मन से दूर।
कैसे उजियारा करे, अंतस से सत्कार।।
मधुसूदन साहा
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment