Friday, June 3, 2022


जीवन में जब आई तुम,

लगीं भोर की किरण सी।

जीवन की कड़ी धूप में,

मुस्काईं गुलमोहर सी।

जीवन की सांध्य बेला में,

लगती हो चाँदनी सी।


     डॉ. मंजूश्री गर्ग 

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