निभाता है प्रीत......
प्रातः काल में भरता
पूरब की माँग।
साँध्य समय
सजाता बिंदी
पश्चिम के माथ।
निभाता है प्रीत
सूरज दोनों से ही।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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