Monday, September 2, 2024


धरती से उड़ चली पतंग

 डॉ. मंजूश्री गर्ग


धरती से उड़ चली पतंग

आकाश छूने चली पतंग.

इतराई, मंडराई, भूली

धरती से है गहरा नाता.

डोर कटी तो पट से

धरती पर आन गिरी।

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