Saturday, September 7, 2024


बादल राग

डॉ. मंजूश्री गर्ग

 

बादल मनाने को

कोई नहीं गाता

अब बादल राग।

आवारा हुए बादल

जहाँ मर्जी वहाँ

बरसते हैं बादल।

भिगो दें सारी

धरा का आँचल

ऐसा अनुशासन

अब बादलों में नहीं।

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