हिन्दी साहित्य
Saturday, November 17, 2018
हाइकु
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
मानव हम
दानव भी हम में
हैं देवता भी।
कला की पूजा
कलाकार का धर्म
और ना दूजा।
--------------
------
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment