Tuesday, November 20, 2018




प्रस्तुत शेअर में शायर ने पशु-पक्षियों के दिलों में व्याप्त भय की अभिव्यक्ति चिड़िया के मन में व्याप्त भय के द्वारा की है-

नीड़ को उड़ती हुई चिड़िया की दहशत देखो
चोंच का दाना ही रस्ते में गिरा आई है।

                                            -सत्यपाल सक्सैना

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