Saturday, January 12, 2019



देवदास नहीं मैं, कि पारो की याद में पीना शुरू कर दूँ।
मैंने तो पी है अपनी पारो की आँखों से, ता-उम्र होश ना आयेगा।।

                                   डॉ0 मंजूश्री गर्ग


----------------------------
------------


No comments:

Post a Comment