Tuesday, November 1, 2022


 

विवाह दो दिन का उत्सव नहीं

उल्लास है जीवन भर का.

समर्पण एक दूजे को वर-वधू का

निभानी है परम्परा दोनों कुलों की.

 

                        डॉ. मंजूश्री गर्ग

 

 

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