सब कुछ कह दूँगी
सब कुछ कह दूँगी,
राज सारे खोल दूँगी।
लगता नहीं; क्योंकि?
सामने जब तुम होते हो,
कुछ भी कहने की हालत में,
तब हम नहीं होते।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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