जीवन-तट से चुन लें अनमोल खुशी के पल
जैसे सागर-तट से चुनकर लायें मोती।
सजा लें आभूषण -सा मन-आँगन
जिसकी आभा से हो प्रकाशित जीवन।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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