Saturday, November 19, 2022

 


प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने नायिका के सौन्दर्य का वर्णन किया है-

कुंदन का रंग फीको लगै, झलकै अति अंगन चारू बुराई,

साखिन में अलसानि चितौनी में मंजु विलसन की सरसाई।

को बिन मोल विकात नहीं, मतिराम लहै मुस्कानि मिठाई,

ज्यों-ज्यों निहारिये तेरे ह्वै नैननि, त्यों-त्यों खरी निकरे सी निकाई।

                                                      मतिराम

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