राजा भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
जी के जन्म-दिवस पर शत्-शत् नमन
9 सितंबर, सन् 2018 ई0-
1.
भीतर-भीतर सब रस चूसै
हँसि-हँसि कै तन-मन-धन मूसै
जाहिर बातन में अति तेज,
क्यों सखि साजन, नहिं अँगरेज।
2.
इनकी-उनकी खिदमत करो,
रूपया देते-देत मरो।
तब आवै मोहिं करन खराब,
क्यों सखि साजन, नहीं खिताब।
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
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