Saturday, September 1, 2018



1 सितंबर, हिन्दी साहित्य में गजल विधा को प्रतिष्ठापित करने वाले व हिन्दी गजल साहित्य में मील का पत्थर माने जाने वाले गजलकार दुष्यंत कुमार जी को जन्म-दिवस पर कोटि-कोटि प्रणाम-

ये मूरत बोल सकती है अगर चाहो,
अगर कुछ शब्द कुछ स्वर फेंक दो तुम भी।

किसी संवेदना के काम आएँगे,
यहाँ टूटे हुए पर फेंक दो तुम भी।

                         दुष्यंत कुमार

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