नजरें घुमाकर
ना दूर हो पाओगे,
रह जायेंगी तुम्हारी
परछाइयाँ हमारे पास।
आँखें दिखा के
ना डरा पाओगे
रह जायेंगी तुम्हारी
मुस्कुराहटें हमारे पास।
तस्वीर छीनकर
ना अलग हो पाओगे
रह जायेंगी रेखायें
दिल में हमारे पास।
लाख जतन करो
ना नाता तोड़ पाओगे
मिलन की यादें रहेंगी
तुम्हारे-हमारे पास।
डॉ0 मंजूश्री गर्ग
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