अंक व अंकुर शब्द की व्युत्पत्ति
अंक शब्द में अ हिन्दी स्वर माला का प्रथम स्वर है और क हिन्दी वर्ण माला का प्रथम वर्ण। अ और क के बीच सुशोभित बिंदी ही इसके भाव को सौ गुना बढ़ा देती है। जैसे किसी स्त्री की गोदी में सुशोभित बालक नारी के सौन्दर्य को और बढ़ा देता है। अंक का शाब्दिक अर्थ गोद है। इसी से अंकुर बना है। जब धरती की गोद से किसी भी बीज के प्रथम दल फूटते हैं तो वो अंकुर कहलाते हैं।
डॉ. मंजूश्री गर्ग
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