10, अगस्त व्यंग्य विधा के विद्वान हरिशंकर परसाई जी को पुण्य-तिथि
पर
शत्-शत् नमन
बसंत अपने आप
नहीं आता,उसे
लाना पड़ता है. सहज
आने वाला तो
पतझड़ होता है,
बसंत नहीं।
हरिशंकर परसाई
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