3 अगस्त, कवि मैथिलीशरण गुप्त के जन्म-दिवस पर कोटि-कोटि नमन
जो भरा नहीं है भावों से जिसमें बहती रसधार नहीं।
वह ह्रदय नहीं है पत्थर है जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।
मैथिलीशरण गुप्त
3 अगस्त, कवि दिवस के शुभ अवसर पर सभी कवियों व कवियत्रियों को
हार्दिक शुभकामनायें
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