Wednesday, December 5, 2018




प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने अपने शब्दों के माध्यम से पृथ्वीराज को शहाबुद्दीन गौरी की सही स्थिति बताकर उस पर बाण साधने के लिये कहा है –
    
चार बाण, चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण।
ता उपर सुल्तान है, चूके मत  चौहान।।

                          चन्द्रवरदायी

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